मनुष्य मनुष्य में भेद करने वाली जाति प्रथा मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है . जन्म से सारे मनुष्य समान होते हैं . कोई छोटा बड़ा नहीं . परन्तु भारत में जन्म के आधार पर ही छोटा बड़ा , ऊंच नीच मान लेते हैं . यह दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता विरोधी है .हमें भारत को यदि स्वतंत्र प्रभुता सम्पन्न राष्ट्र बनाए रखना है तो जाति प्रथा को समूल नष्ट करना होगा .अन्यथा एक बार फिर भारत गुलाम हो जाएगा . आईये india fights casteism [जाति तोड़ो , राष्ट्र जोड़ो ] के सदष्य बन कर राष्ट्र बचाएं
राज कुमार सचान
'होरी'
saath saath hain
ReplyDelete